विश्वविद्यालय के द्वारा आमतौर पर जून के महीने में अपना वार्षिक कैलेंडर प्रकाशित करवाया जाता था, लेकिन अगस्त के महीने की 20 तारीख गुजर जाने के बाद भी अभी विश्वविद्यालय का वार्षिक कैलेंडर नहीं आया है।
इसके चलते विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालात यह है कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों को सामान्य दिनों में होने वाले छोटे-मोटे अवकाश की भी जानकारी नहीं है।
इधर विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अभी तक कोरोनावायरस की वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार की तरफ से विश्वविद्यालय की कक्षाएं प्रारंभ करने के लिए कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किए गए हैं, जिसके चलते अभी तक कैलेंडर जारी नहीं किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के करीब 1000 से अधिक शिक्षक और दो हजार से ज्यादा कर्मचारियों के अलावा विश्वविद्यालय के करीब 35 हजार रेगुलर स्टूडेंट्स को सालाना कैलेंडर जारी नहीं होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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